यह प्रजाति भारत में कही भी रह सकती है. ये दुग्ध उत्पादन में अच्छी होती है.इस जाती के गाये लाल रंग की होती है. शरीर लम्बा टांगे छोटी होती है. छोड़ा माथा छोटे सिंग और गर्दन के नीचे त्वचा लोर होता है. इसके थन जुलते हुए ढीले रहते है.इसका औसत वजन 400 किलोग्राम तक रहता है. ये ब्याने के बाद 10 माह तक दूध देती है. दूध का औसत प्रतिदिन 10 से 16 लीटर होता है. ये पंजाब में मांटगुमरी, रावी नदी के आसपास और लोधरान, गंजिवार, लायलपुर, आदि जगह पर पायी जाती है।