अपने घरों की सुरक्षा के लिए आज भी पड़ोसियों
पर बहुत अधिक निर्भर हैं भारतीय लोग
गोदरेज लॉक्स के ‘सुरक्षित रहें, निश्चिंत रहें’ अध्ययन से पता चलता है कि 49 फीसदी भारतीय अभी भी अपनी चाबियाँ पड़ोसियों के पास छोड़ जाते हैं
मुंबई, २२ जनवरी, 2024- सांस्कृतिक संदर्भ में, भारतीय हमेशा विभिन्न चीजों के लिए अपने पड़ोसियों पर भरोसा करने के लिए जाने जाते हैं और ऐसा ही एक पहलू मुख्य दरवाजे की एक अतिरिक्त चाबी छोड़ना है। हालाँकि, बढ़ते अपराध दर के साथ बदलते परिदृश्यों में सवाल उठता है कि क्या ऐसा करना अभी भी सबसे सुरक्षित विकल्प है? उपभोक्ताओं के ऐसे व्यवहार को समझने के लिए गोदरेज लॉक्स ने हाल ही में ‘सुरक्षित रहें, निश्चिंत रहें’ नामक एक शोध अध्ययन पूरा किया है।
गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस की व्यावसायिक इकाई, गोदरेज लॉक्स ने गृह सुरक्षा दिवस के लिए अपनी वार्षिक पहल के हिस्से के रूप में यह अध्ययन किया था। इसका उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं को इस बात की अनूठी जानकारी प्रदान करना था कि जब उनके घरों को सुरक्षित करने की बारी आती है, तो वे क्या सोचते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में भाग लेने वाले लगभग आधे (49 फीसदी) उत्तरदाताओं ने माना है कि यदि वे कामकाजी माता-पिता होते, तो वे अपने पड़ोसी, रिश्तेदार या परिवार के सदस्य के पास एक अतिरिक्त चाबी छोड़ देते, ताकि जब उनके बच्चे स्कूल से घर आएं, तो उन्हें आसानी हो सके। उत्तरदाताओं में से आधे से अधिक (56 प्रतिशत) ने कहा कि वे डिलीवरी की सुविधा के लिए अपनी चाबियाँ किसी पड़ोसी को सौंप देंगे।
फिर, लगभग आधे उत्तरदाताओं (46 प्रतिशत) ने कहा कि वे अपने परिवार के किसी सदस्य के लिए चाबी अपने पड़ोसी के पास छोड़ने में सहज महसूस करेंगे, भले ही देर रात हो, जबकि एक चौथाई से अधिक (26 प्रतिशत) ने दावा किया कि अगर वे अपने घर में भी प्रवेश नहीं कर पाए, तो इसका कारण यह होगा कि अतिरिक्त चाबी वाला पड़ोसी अपने घर पर नहीं है।
गोदरेज लॉक्स एंड आर्किटेक्चरल फिटिंग्स एंड सिस्टम्स के बिजनेस हेड, श्याम मोटवानी के अनुसार, ‘‘पहले ज्यादातर समुदायों में अपने पड़ोसियों को अच्छी तरह से जानने और उनसे व्यवहार रखना एक आदर्श माना जाता था, बल्कि कुछ मामलों में तो वे एक विस्तारित परिवार की तरह थे और इसलिए ऐसी निर्भरता सामान्य हो गई थी। हालाँकि अब दुनिया तेजी से बदल गई है, खासकर शहरी और शहरी बाजारों में जहां लोग अक्सर काम या अन्य गतिविधियों के लिए अपने घरों से बाहर रहते हैं और तुलनात्मक रूप से तेज गति वाला जीवन जीते हैं। आज की दुनिया में, जब हमारे घरों की सुरक्षा की बात आती है तो अपने पड़ोसियों सहित बाहरी पक्षों पर निर्भर रहना उचित नहीं है। गोदरेज के रूप में, हमने हमेशा नई तकनीक का नेतृत्व किया है और लगातार नवाचारों पर काम किया है ताकि उपभोक्ताओं के पास अपने घर के ताले को उनकी जीवनशैली से मेल खाने के लिए अपग्रेड करने के लिए अधिक विकल्प हों। हमारे लेटेस्ट इनोवेशन ‘सीआईओटी डिजिटल लॉक्स’ जैसे हमारे नवीनतम इनोवेशन आधुनिक उपभोक्ता को अपने दरवाजे के ताले को पहले की तरह नियंत्रित करने में सक्षम बनाते हैं। अतिरिक्त चाबियाँ अब उतनी महत्वपूर्ण नहीं हैं क्योंकि इस तरह के नवाचार के कारण हमारे पास अपने फोन के माध्यम से मुख्य दरवाजा खोलने का विकल्प है। हमने देखा है कि भारतीय उपभोक्ता पहले से ही अपने घरों के अन्य पहलुओं को अपग्रेड करना शुरू कर चुके हैं, अधिक तकनीकी सक्षम समाधान चुन रहे हैं और हम सकारात्मक हैं कि यह प्रवृत्ति जल्द ही मुख्य दरवाजे के ताले तक भी फैल जाएगी।’’
‘सुरक्षित रहें, निश्चिंत रहें’ अध्ययन का उद्देश्य सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए स्मार्ट-होम उपकरणों को अपनाने के बारे में लोगों के व्यवहार को समझना है। यह मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर और भोपाल सहित पांच शहरों में 2,000 लोगों के बीच किया गया था।
About Godrej Locks & Architectural Fittings and Systems:
Godrej Locks & Architectural Fittings and Systems is a division of Godrej & Boyce, the flagship company of the renowned Godrej Group. Founded by Ardeshir Godrej, the name ‘Godrej’ is 126 years young and has evolved into a symbol of trust, security, and integrity. Godrej has consistently set industry standards in the field of locks through continuous innovation, introducing products such as India’s first ‘Made in India’ digital lock, cutting-edge postmodern biometric and connected digital locks and even a lock with the 1st patented dual motion technology in the world.
Godrej has made significant strides in delivering world-class smart locking solutions, transforming the perception of a lock from a mere functional device to an effective home safety solution. Recently, the brand expanded its offerings by introducing architectural fittings and systems, showcasing a true pioneering spirit in product development.
With a mission to raise awareness about the imperative need to adopt advanced home safety technology, Godrej Locks initiated a unique nationwide home safety awareness campaign – ‘Har Ghar Surakshit.’ Under this initiative, the brand introduced and continues to celebrate ‘Home Safety Day’ every year on the 15th of November, emphasizing the importance of keeping every home safe.
For more information, please log on to https://www.godrej.com/godrej-locking-solutions-and-systems.
अपने घरों की सुरक्षा के लिए आज भी पड़ोसियों पर बहुत अधिक निर्भर हैं भारतीय लोग

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